Koi Kisi Ka Nahi Hota Shayari (Best in 2023)

Koi Kisi Ka Nahi Hota Shayari

१. परिचय:

शायरी हिंदी साहित्य की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। शब्दों की रचना, अर्थ, और भाव को सुंदरता के साथ प्रकट करने की कला के माध्यम से यह एक सजीव रूप धारण करती है। “कोई किसी का नहीं होता” शायरी इसी कला के अद्वितीय उदाहरणों में से एक है। इस शायरी के माध्यम से हमारे भावों को अनूठे तरीके से व्यक्त किया जाता है।आज फिर से याद आया है,

कोई किसी का नहीं होता है।

दर्द की बारिश गिरी ज़मीन पर,

कोई किसी का नहीं होता है।

दर्द की बारिश गिरी ज़मीन पर,

अकेलापन में जब थक जाओ,

कोई किसी का नहीं होता है।

अकेलापन में जब थक जाओ,

चाहत का रंग बदल जाएगा,

कोई किसी का नहीं होता है।

चाहत का रंग बदल जाएगा,

ज़िंदगी के रास्तों में मिल जाएंगे,

कोई किसी का नहीं होता है।

ज़िंदगी के रास्तों में मिल जाएंगे,

हर चेहरे के पीछे एक राज छिपा होता है,

कोई किसी का नहीं होता है।

हर चेहरे के पीछे एक राज छिपा होता है,

तेरी याद में रोने से दिल को बहुत सुकून मिलता है,

कोई किसी का नहीं होता है।

जितनी भी दूरी हो, ज़रूरत हमेशा होती है,

कोई किसी का नहीं होता है।

ज़िंदगी के हर मोड़ पर याद आते हो तुम,

कोई किसी का नहीं होता है।

कभी खो जाएँ तो याद रखना,

कोई किसी का नहीं होता है।

जब तक दिल में ज़िंदगी बाकी हो,

कोई किसी का नहीं होता है।

तुम्हें भूलाने की कोशिश करते हैं हम,

कोई किसी का नहीं होता है।

मेरी हर साँस तेरे नाम होती है,

कोई किसी का नहीं होता है।

दिल में रहते हो हमेशा,

कोई किसी का नहीं होता है।

तेरी यादों का जादू चलता रहेगा,

कोई किसी का नहीं होता है।

दिल की धड़कनों को सुन,

कोई किसी का नहीं होता है।

दिल में छुपे अरमानों को जगाओ,

कोई किसी का नहीं होता है।

हमारी दोस्ती बनी रहेगी हमेशा,

कोई किसी का नहीं होता है।

तेरे अलावा और किसी का ख्याल नहीं होता,

कोई किसी का नहीं होता है।

ज़िंदगी में जब कोई अहमियत ना हो,

कोई किसी का नहीं होता है।

चाहे तू हमसे दूर चली जाए,

कोई किसी का नहीं होता है।

तेरे बिना रहना मुश्किल होता है,

कोई किसी का नहीं होता है।

तुम्हारी मुस्कान में खो जाते हैं हम,

कोई किसी का नहीं होता है।

जब तक तेरी यादें रहेंगी,

कोई किसी का नहीं होता है।

अकेलापन की रातों में तेरा ख्याल आता है,

कोई किसी का नहीं होता है।

जब तेरा नाम लेते हैं दो दिलों के बीच,

कोई किसी का नहीं होता है।

तेरी यादों का ज़ाहिर बनते हैं हम,

कोई किसी का नहीं होता है।

जिंदगी के हर मोड़ पर तेरा साथ चाहिए,

कोई किसी का नहीं होता है।

दूरियों में भी तेरी यादों का एहसास होता है,

कोई किसी का नहीं होता है।

तेरे अलावा कोई और कहाँ मिलेगा,

कोई किसी का नहीं होता है।

हर किसी के दिल में तेरे लिए जगह होती है,

कोई किसी का नहीं होता है।

२. इतिहास और प्रारंभिक धारणाएं:

शायरी की उत्पत्ति बहुत पुरानी है। इसका विकास समय के साथ हुआ है। प्राचीन काव्यशास्त्रीय विचारधारा का शायरी पर बड़ा प्रभाव रहा है। इस विचारधारा के अनुसार, भाव, रस, और अलंकार शायरी की मूल तत्व हैं। शायरी का आदान-प्रदान बजारों, दरबारों, और महफ़िलों में होता था, जहां लोग अपने आपको एक दूसरे को अद्वितीय तरीके से व्यक्त करते थे।

३. प्रमुख शायरों की दृष्टि:

मिर्ज़ा ग़ालिब के इस मशहूर शेर “कोई किसी का नहीं होता” का मतलब अनेक रूपों में व्याख्यानित किया गया है। इस शेर में गहरी भावनाओं का अभिव्यक्ति किया गया है, जो अकेलेपन और तन्हाई की प्राकृतिकता को दर्शाती है। फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ ने इस शेर को अपने धारावाहिक में उपयोग किया है, जिससे यह शायरी कला आधुनिक समय में भी मशहूर हुई है।

४. इस शायरी कला की महत्त्वपूर्णता:

“कोई किसी का नहीं होता” शायरी मानवीय संबंधों के आधार पर गहन प्रभाव डालती है। इसके माध्यम से हमें अपने अहम संबंधों पर विचार करने, मनुष्यता की खोज करने, और अपने भावों को साझा करने का प्रेरणादायक अनुभव होता है। साहित्यिक गतिविधियों में भी यह शायरी उपयोगी होती है, क्योंकि इससे रचनाकारों को एक अद्वितीय और प्रभावी ढंग से अपनी रचनाएँ प्रस्तुत करने का मौका मिलता है।

५. युवाओं की पसंद:

सोशल मीडिया पर “कोई किसी का नहीं होता” शायरी कितनी पॉपुलर है, इसका अंदाज़ा लगाने के लिए मुश्किल है। युवाओं के बीच यह शायरी अत्यंत प्रसिद्ध है। जब भी उन्हें तन्हाई, अकेलेपन, और प्रेम संबंधों के बारे में सोचना होता है, वे इस शायरी के माध्यम से अपने विचारों को व्यक्त करते हैं। इसे विभिन्न सामाजिक प्लेटफ़ॉर्मों पर शेयर किया जाता है, जिससे इसकी लोकप्रियता और व्यापकता बढ़ती जा रही है।

६. शायरी कला के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकास:

“कोई किसी का नहीं होता” शायरी कला विभिन्न देशों में अपनी पहचान बना रही है। विदेशों में इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है और लोग इसे अपना रहे हैं। कई देशों में शायरी संग्रहालयों का गठन हुआ है और विभिन्न साहित्यिक कार्यक्रमों में इसे बड़ी गर्व से प्रस्तुत किया जाता है।

७. अंतिम विचार:

शायरी आज के समय में भी महत्त्वपूर्ण है। इसके माध्यम से हम अपनी भावनाओं को साझा करते हैं और अपने मन की गहराइयों को छूने का अनुभव करते हैं। “कोई किसी का नहीं होता” शायरी एक ऐसी कला है जो हमारे अंतरंग भावों को छूने की क्षमता रखती है और हमें मानवीय संबंधों के महत्व को बखूबी समझाती है। इसकी प्रभावशाली शक्ति हमेशा हमारे साथ रहेगी।

Share is Caring 💞:

Leave a Comment